दिग्गी के भाई बोले-कमरे में बैठकर बनी कांग्रेस की कार्यकारिणी:लक्ष्मण सिंह ने कहा- कांग्रेस प्राइवेट कंपनी नहीं, जहां MD की मर्जी चलेगी

कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर उठा विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई और पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने पीसीसी की टीम पर सवाल उठाए हैं। लक्ष्मण सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा- ये जो पीसीसी बनी है। यह बंद कमरे में बैठकर बन गई या फिर ऐसा लगता है कि किसी ने इनको लिस्ट पकड़ाई और उन्होंने जारी कर दी। लक्ष्मण सिंह ने कहा- यह तरीका नहीं है, यह कोई प्राइवेट कंपनी नहीं है कि एमडी जो चाहेगा वह होगा। अध्यक्ष, अध्यक्ष होता है। अध्यक्ष एमडी नहीं होता है। कांग्रेस एक पार्टी और संगठन है, इसलिए उनको चाहिए कि बहुत सारे हमारे ऐसे लोग कार्यकर्ता हैं, जिनको अभी चांस नहीं मिला। लक्ष्मण सिंह के बयान पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा- हमारा कांग्रेस का बड़ा परिवार है। बड़े परिवार में छोटी-मोटी बातें होती है। उनको अध्यक्ष की जिम्मेदारी मेरे पास है। उस नाते उनकी बातें मानना चाहिए, सोचना और समझना चाहिए। सबकी भावनाओं का सम्मान करना मेरा काम है। और सुधार करना चाहिए। कुछ आपत्तियां पब्लिक डोमेन में आई है। उन्हें मैंने गंभीरता से लिया है। जिनकी बात पब्लिक डोमेन में आई है। उन सभी भाइयों से मेरी बात हो गई है। जहां तक लक्ष्मण सिंह की बात है। ये वो लक्ष्मण सिंह थे ही नहीं, पथरिया के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रदेश सचिव बने हैं। लक्ष्मण सिंह को पूरी जानकारी न होने के कारण उनका वक्तव्य आया था। वो सीनियर नेता हैं, उनकी बात का मैं सम्मान करता हूं। BJP प्रवक्ता ने शेयर किया लक्ष्मण सिंह का वीडियो बीजेपी प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह का वीडियो X पर शेयर किया। इस वीडियो में लक्ष्मण सिंह कह रहे हैं कि, सवाल मेरा नहीं है। सवाल बहुत से ऐसे लोगों का है, वर्षों से जो कांग्रेस का काम कर रहे हैं और जिनको सालों तक काम करने का अनुभव है। आज तक हमने जिनको कोई चुनाव नहीं लड़ा पाया। हम कोई पद नहीं दे पाए, ऐसे बहुत सारे हमारे साथी हैं। पुरुष भी हैं, महिलाएं भी हैं। सबकी राय से पीसीसी का गठन करने की परंपरा 25-30 सालों में टूटी लक्ष्मण सिंह ने कहा- जब हम पीसीसी का गठन करते हैं या जिले की बॉडी का गठन करते हैं तो सब की राय लेकर किया जाता है। ऐसा होता था पहले.... मैं 1990 में विधायक बना और सन 1972 से मैं कांग्रेस के लिए काम कर रहा हूं। पहले जो हमारे नेता रहे श्यामा चरण हो, अर्जुन सिंह हो, बोरा जी हो, यह लोग कार्यकर्ताओं से पूछ कर बॉडी बनाते थे। उसका गठन होता था। हमारे जो मेहनत करने वाले कार्यकर्ता हैं, उनको हम एडजस्ट करते थे। पद देते थे। यह परंपरा पिछले 25-30 सालों से टूट गई है। यही मुख्य कारण है कांग्रेस के कमजोर होने का। 'विंध्य के 8-10 जिलों से किसी को लिया ही नहीं' लक्ष्मण सिंह ने कहा- अजय सिंह ने जो बात कही। वह गलत नहीं कही। 8 - 10 जिलों से किसी को लिया ही नहीं। रीवा संभाग पूरा छोड़ दिया, कटनी जिला छोड़ दिया। वहां 40 - 50 सीटें आपने ऐसे ही छोड़ दी। फिर आप सरकार बनाने की बात करते हो। 40-50 सीट पर आपने किसी को लिया ही नहीं, तो इस तरह संगठन की सूचियां बनाएंगे तो नुकसान होगा। 'मैं पार्टी के हित में बोल रहा तो मुझे निकाल तो नहीं दिया' पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने कहा- अब कब तक नुकसान उठाओगे। हम कब तक नुकसान उठाते रहेंगे। अब तो खड़गे जी खुद बोल रहे हैं, यह मैं नहीं बोल रहा हूं। वह बोल रहे हैं कि, वह वादा करो, जो निभा सको। बहुत बड़ी बात कही। पहले कह देते तो यह सब नहीं कहना पड़ता। मैं तो शुरू से कह रहा हूं। मुझसे सब लोग नाराज रहते हैं। मैं तो पार्टी के हित में बोलता हूं और सबको बोलना चाहिए। बोलने से क्या होगा? मैं बोल रहा हूं तो ऐसा तो है नहीं कि मुझे पार्टी ने निकाल दिया या पार्टी वाले किसी ने मुझसे सवाल नहीं किया कि आप क्यों बोलते हो। पार्टी के हित में बोलना चाहिए। हम लोग नहीं बोलेंगे तो कौन बोलेगा? पार्टी सबकी होती है। पार्टी किसी परिवार की नहीं है। पार्टी सब की है।

दिग्गी के भाई बोले-कमरे में बैठकर बनी कांग्रेस की कार्यकारिणी:लक्ष्मण सिंह ने कहा- कांग्रेस प्राइवेट कंपनी नहीं, जहां MD की मर्जी चलेगी
कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर उठा विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई और पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने पीसीसी की टीम पर सवाल उठाए हैं। लक्ष्मण सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा- ये जो पीसीसी बनी है। यह बंद कमरे में बैठकर बन गई या फिर ऐसा लगता है कि किसी ने इनको लिस्ट पकड़ाई और उन्होंने जारी कर दी। लक्ष्मण सिंह ने कहा- यह तरीका नहीं है, यह कोई प्राइवेट कंपनी नहीं है कि एमडी जो चाहेगा वह होगा। अध्यक्ष, अध्यक्ष होता है। अध्यक्ष एमडी नहीं होता है। कांग्रेस एक पार्टी और संगठन है, इसलिए उनको चाहिए कि बहुत सारे हमारे ऐसे लोग कार्यकर्ता हैं, जिनको अभी चांस नहीं मिला। लक्ष्मण सिंह के बयान पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा- हमारा कांग्रेस का बड़ा परिवार है। बड़े परिवार में छोटी-मोटी बातें होती है। उनको अध्यक्ष की जिम्मेदारी मेरे पास है। उस नाते उनकी बातें मानना चाहिए, सोचना और समझना चाहिए। सबकी भावनाओं का सम्मान करना मेरा काम है। और सुधार करना चाहिए। कुछ आपत्तियां पब्लिक डोमेन में आई है। उन्हें मैंने गंभीरता से लिया है। जिनकी बात पब्लिक डोमेन में आई है। उन सभी भाइयों से मेरी बात हो गई है। जहां तक लक्ष्मण सिंह की बात है। ये वो लक्ष्मण सिंह थे ही नहीं, पथरिया के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रदेश सचिव बने हैं। लक्ष्मण सिंह को पूरी जानकारी न होने के कारण उनका वक्तव्य आया था। वो सीनियर नेता हैं, उनकी बात का मैं सम्मान करता हूं। BJP प्रवक्ता ने शेयर किया लक्ष्मण सिंह का वीडियो बीजेपी प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह का वीडियो X पर शेयर किया। इस वीडियो में लक्ष्मण सिंह कह रहे हैं कि, सवाल मेरा नहीं है। सवाल बहुत से ऐसे लोगों का है, वर्षों से जो कांग्रेस का काम कर रहे हैं और जिनको सालों तक काम करने का अनुभव है। आज तक हमने जिनको कोई चुनाव नहीं लड़ा पाया। हम कोई पद नहीं दे पाए, ऐसे बहुत सारे हमारे साथी हैं। पुरुष भी हैं, महिलाएं भी हैं। सबकी राय से पीसीसी का गठन करने की परंपरा 25-30 सालों में टूटी लक्ष्मण सिंह ने कहा- जब हम पीसीसी का गठन करते हैं या जिले की बॉडी का गठन करते हैं तो सब की राय लेकर किया जाता है। ऐसा होता था पहले.... मैं 1990 में विधायक बना और सन 1972 से मैं कांग्रेस के लिए काम कर रहा हूं। पहले जो हमारे नेता रहे श्यामा चरण हो, अर्जुन सिंह हो, बोरा जी हो, यह लोग कार्यकर्ताओं से पूछ कर बॉडी बनाते थे। उसका गठन होता था। हमारे जो मेहनत करने वाले कार्यकर्ता हैं, उनको हम एडजस्ट करते थे। पद देते थे। यह परंपरा पिछले 25-30 सालों से टूट गई है। यही मुख्य कारण है कांग्रेस के कमजोर होने का। 'विंध्य के 8-10 जिलों से किसी को लिया ही नहीं' लक्ष्मण सिंह ने कहा- अजय सिंह ने जो बात कही। वह गलत नहीं कही। 8 - 10 जिलों से किसी को लिया ही नहीं। रीवा संभाग पूरा छोड़ दिया, कटनी जिला छोड़ दिया। वहां 40 - 50 सीटें आपने ऐसे ही छोड़ दी। फिर आप सरकार बनाने की बात करते हो। 40-50 सीट पर आपने किसी को लिया ही नहीं, तो इस तरह संगठन की सूचियां बनाएंगे तो नुकसान होगा। 'मैं पार्टी के हित में बोल रहा तो मुझे निकाल तो नहीं दिया' पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने कहा- अब कब तक नुकसान उठाओगे। हम कब तक नुकसान उठाते रहेंगे। अब तो खड़गे जी खुद बोल रहे हैं, यह मैं नहीं बोल रहा हूं। वह बोल रहे हैं कि, वह वादा करो, जो निभा सको। बहुत बड़ी बात कही। पहले कह देते तो यह सब नहीं कहना पड़ता। मैं तो शुरू से कह रहा हूं। मुझसे सब लोग नाराज रहते हैं। मैं तो पार्टी के हित में बोलता हूं और सबको बोलना चाहिए। बोलने से क्या होगा? मैं बोल रहा हूं तो ऐसा तो है नहीं कि मुझे पार्टी ने निकाल दिया या पार्टी वाले किसी ने मुझसे सवाल नहीं किया कि आप क्यों बोलते हो। पार्टी के हित में बोलना चाहिए। हम लोग नहीं बोलेंगे तो कौन बोलेगा? पार्टी सबकी होती है। पार्टी किसी परिवार की नहीं है। पार्टी सब की है।