नर्मदा के पानी का किसान कर सकेंगे उपयोग:अब नए गांवों को भी परियोजना में शामिल किया जा रहा, विभाग करा रहा सर्वे

प्राकृतिक बारिश के साथ किसान अब नर्मदा के पानी का उपयोग करके भी खेती कर सकेंगे। किसानों को नर्मदा के पानी के लिए लम्बे समय से इंतजार था। अब पहले चरण की योजना में रह गए गांवो का सर्वे कार्य चल रहा है। धार-बदनावर के लिए निर्माणाधीन उद्वहन सिंचाई परियोजना में छूटे हुए गांवों को भी जोड़ने की तैयारी की जा रही है। जिसके लिए धार व बदनावर व अन्य विधानसभा के रहे गांवो के लिए अब सरकार 113 गांवों को भी जोड़ रही है, जो शुरुआती सर्वे में इस योजना का हिस्सा नहीं बन पाए थे। दोबारा डीपीआर को अपडेट करवाकर कई गांवों को परियोजना में शामिल किया है। इससे 43 हजार हेक्टेयर में सिंचाई के लिए किसानों को मां नर्मदा का पानी मिल सकेगा। इस पर सर्वे का काम शुरू हो चुका है। पहले नहीं हो पाए थे शामिल दरअसल 1587 करोड़ की बदनावर उद्वहन सिंचाई परियोजना के तहत 129 गांवों में पानी देने के लिए शुरू किया गया है। इससे 50 हजार हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई के लिए पानी मिलेगा, लेकिन धार और बदनावर के कुछ गांव इस परियोजना में शामिल नहीं हो पाए। अब नर्मदा विकास प्राधिकरण द्वारा डीपीआर को अपग्रेड कर छूटे हुए गांवों का सर्वे करवाया जा रहा है। इसमें 46 हजार हेक्टेयर रकबे में सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। शामिल गांव जिले की उन्नत कृषि के लिए जाने जाते है। बन रहा इंटेकवेल जानकारी के अनुसार नर्मदा नदी का जल मनावर तहसील के ग्राम महापुरा के समीप नर्मदा से धार व बदनावर में पानी पहुंचाने के लिए इंटकवेल का निर्माण किया जा रहा है। इंटकवेल के जरिए पानी को लिफ्ट कर तिरला के निकट रायपुरिया तक लाया जाएगा, जहां से पानी बदनावर के 101 तथा धार के 28 गांवों को पानी दिया जाएगा। नर्मदा से 16.02 क्यूमेक पानी लिया जाएगा। बदनावर नर्मदा परियोजना ने शुरुआती दौर में जो डीपीआर तैयार की थी इसमें विधानसभा के सादलपुर मंडल के कई गांव पहले चरण में नर्मदा के पास से वंचित रह गए थे वहीं अब दूसरे चरण के सर्वे का काम चल रहा है जिसमें धार परियोजना में इसको जोड़ा है। धार को मिलेगा पानी इस परियोजना से धार शहर को पीने के लिए भी पानी मिलना है। अमृत 2.0 के तहत ग्राम रायपुरिया से पाइप लाइन के जरीए धार के नयापुरा तालाब में पानी लाया जाएगा। जहां से नर्मदा का पानी शहर में वितरण होगा।

नर्मदा के पानी का किसान कर सकेंगे उपयोग:अब नए गांवों को भी परियोजना में शामिल किया जा रहा, विभाग करा रहा सर्वे
प्राकृतिक बारिश के साथ किसान अब नर्मदा के पानी का उपयोग करके भी खेती कर सकेंगे। किसानों को नर्मदा के पानी के लिए लम्बे समय से इंतजार था। अब पहले चरण की योजना में रह गए गांवो का सर्वे कार्य चल रहा है। धार-बदनावर के लिए निर्माणाधीन उद्वहन सिंचाई परियोजना में छूटे हुए गांवों को भी जोड़ने की तैयारी की जा रही है। जिसके लिए धार व बदनावर व अन्य विधानसभा के रहे गांवो के लिए अब सरकार 113 गांवों को भी जोड़ रही है, जो शुरुआती सर्वे में इस योजना का हिस्सा नहीं बन पाए थे। दोबारा डीपीआर को अपडेट करवाकर कई गांवों को परियोजना में शामिल किया है। इससे 43 हजार हेक्टेयर में सिंचाई के लिए किसानों को मां नर्मदा का पानी मिल सकेगा। इस पर सर्वे का काम शुरू हो चुका है। पहले नहीं हो पाए थे शामिल दरअसल 1587 करोड़ की बदनावर उद्वहन सिंचाई परियोजना के तहत 129 गांवों में पानी देने के लिए शुरू किया गया है। इससे 50 हजार हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई के लिए पानी मिलेगा, लेकिन धार और बदनावर के कुछ गांव इस परियोजना में शामिल नहीं हो पाए। अब नर्मदा विकास प्राधिकरण द्वारा डीपीआर को अपग्रेड कर छूटे हुए गांवों का सर्वे करवाया जा रहा है। इसमें 46 हजार हेक्टेयर रकबे में सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। शामिल गांव जिले की उन्नत कृषि के लिए जाने जाते है। बन रहा इंटेकवेल जानकारी के अनुसार नर्मदा नदी का जल मनावर तहसील के ग्राम महापुरा के समीप नर्मदा से धार व बदनावर में पानी पहुंचाने के लिए इंटकवेल का निर्माण किया जा रहा है। इंटकवेल के जरिए पानी को लिफ्ट कर तिरला के निकट रायपुरिया तक लाया जाएगा, जहां से पानी बदनावर के 101 तथा धार के 28 गांवों को पानी दिया जाएगा। नर्मदा से 16.02 क्यूमेक पानी लिया जाएगा। बदनावर नर्मदा परियोजना ने शुरुआती दौर में जो डीपीआर तैयार की थी इसमें विधानसभा के सादलपुर मंडल के कई गांव पहले चरण में नर्मदा के पास से वंचित रह गए थे वहीं अब दूसरे चरण के सर्वे का काम चल रहा है जिसमें धार परियोजना में इसको जोड़ा है। धार को मिलेगा पानी इस परियोजना से धार शहर को पीने के लिए भी पानी मिलना है। अमृत 2.0 के तहत ग्राम रायपुरिया से पाइप लाइन के जरीए धार के नयापुरा तालाब में पानी लाया जाएगा। जहां से नर्मदा का पानी शहर में वितरण होगा।